PHIR KABHI - Arijit Singh Lyrics

Singer | Arijit Singh |
Singer | Amaal Mallik |
Music | T-Series |
Song Writer | Manoj Muntashir |
Phir Kabhi
Arijit Singh
ये लमहा जो ठहरा है
मेरा है, ये तेरा है
ये लमहा मैं जी लूँ ज़रा
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी
क्यूँ बेवजह गुनगुनाएँ?
क्यूँ बेवजह मुस्कुराएँ?
पलकें चमकने लगी हैं
अब ख़ाब कैसे छुपाएँ?
बहकी सी बातें कर ले
हँस-हँस के आँखें भर ले
ये बेहोशियाँ फिर कहाँ?
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी
दिल पे तरस आ रहा है
पागल कहीं हो ना जाए
वो भी मैं सुनने लगा हूँ
जो तुम कभी कह ना पाए
ये सुबह फिर आएगी
ये शामें फिर आएँगी
ये नज़दीकियाँ फिर कहाँ?
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी
Whoa
Whoa, फिर कभी
Whoa, फिर कभी
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